Pashupalan Loan Yojana 2025 || डेयरी फार्मिंग लोन कैसे ले || 10 लाख बिना ब्याज मिलेगा

क्या आप डेयरी फार्मिंग का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं लेकिन पैसों की कमी आड़े आ रही है? तो यह खबर आपके लिए है! नाबार्ड (NABARD) की योजना के तहत आप बिना किसी गारंटी के ₹10 लाख तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं और साथ ही सब्सिडी का लाभ भी उठा सकते हैं। इस योजना का लाभ उठाकर आप अपनी जेब से सिर्फ 25% लागत लगाकर अपना खुद का डेयरी फार्म शुरू कर सकते हैं।

इस लेख में हम आपको नाबार्ड से डेयरी फार्मिंग के लिए लोन लेने, सब्सिडी, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया से जुड़ी पूरी जानकारी विस्तार से बताएंगे।

डेयरी फार्मिंग लोन
डेयरी फार्मिंग लोन

नाबार्ड लोन क्यों दिया जाता है?


नाबार्ड, यानी राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (National Bank for Agriculture and Rural Development), भारत सरकार की एक संस्था है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि और संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा देना है। इसके तहत नाबार्ड किसानों और ग्रामीण उद्यमियों को डेयरी फार्मिंग जैसे स्वरोजगार शुरू करने के लिए लोन और सब्सिडी प्रदान करता है।

इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें आपको लोन बैंक से मिलता है, लेकिन सब्सिडी का पैसा सीधे नाबार्ड द्वारा आपके बैंक खाते में भेजा जाता है।

लोन और सब्सिडी का गणित

यह समझना ज़रूरी है कि आप जितना लोन लेते हैं, उसका एक हिस्सा आपको सब्सिडी के रूप में वापस मिल जाता है।
गाय पर लोन: एक गाय के लिए ₹40,000 का लोन मिल सकता है।
भैंस पर लोन: एक भैंस के लिए ₹60,000 का लोन मिल सकता है।
इस तरह, अगर आप 5 गायों के साथ डेयरी फार्मिंग शुरू करते हैं, तो आपको लगभग ₹2 लाख का लोन मिल सकता है।

सब्सिडी का फायदा

नाबार्ड द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी अलग-अलग कैटेगरी के लिए अलग-अलग होती है।
जनरल कैटेगरी: 25% सब्सिडी।
SC/ST कैटेगरी: 33% सब्सिडी।
महिलाएं: 50% सब्सिडी।
उदाहरण के लिए: अगर आपके डेयरी प्रोजेक्ट की कुल लागत ₹5 लाख है, तो आपको अपनी कैटेगरी के अनुसार ₹1,25,000 से लेकर ₹2,50,000 तक की सब्सिडी मिल सकती है। बाकी की राशि आपको किस्तों में वापस चुकानी होती है।

पात्रता और आवश्यक दस्तावेज़

नाबार्ड लोन के लिए आवेदन करने से पहले आपको कुछ जरूरी शर्तें पूरी करनी होंगी।
पात्रता:
आयु: आपकी आयु 18 से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
निवासी: आप ग्रामीण या अर्ध-शहरी क्षेत्र के निवासी होने चाहिए।
ज्ञान: आपको पशुपालन का बुनियादी ज्ञान या प्रशिक्षण होना चाहिए।
सिबिल स्कोर: आपका सिबिल स्कोर 700 से अधिक होना चाहिए। 750 या उससे अधिक का स्कोर बेहतर माना जाता है।

आवश्यक दस्तावेज़:

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • मूल निवास प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • बैंक पासबुक
  • पशुपालन विभाग द्वारा तैयार की गई प्रोजेक्ट रिपोर्ट
  • जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
  • प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) सर्टिफिकेट (यह आवेदन को जल्दी मंज़ूरी दिलाने में मदद करता है)

आवेदन प्रक्रिया

नाबार्ड लोन के लिए आवेदन करना एक सीधी प्रक्रिया है।
प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाएं: सबसे पहले, आपको अपने डेयरी फार्मिंग प्रोजेक्ट के लिए एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करनी होगी। इस रिपोर्ट में कुल लागत, मुनाफा, पशुओं की संख्या और फीडिंग सिस्टम जैसी जानकारी शामिल होनी चाहिए। यह रिपोर्ट किसी अनुभवी व्यक्ति से बनवाना फायदेमंद रहेगा।
बैंक में आवेदन करें: अपनी प्रोजेक्ट रिपोर्ट और सभी दस्तावेज़ों के साथ अपनी पसंद के किसी भी बैंक में आवेदन करें (जैसे SBI, पंजाब नेशनल बैंक, HDFC या ग्रामीण बैंक)।
बैंक द्वारा मूल्यांकन: बैंक आपके दस्तावेज़ों और प्रोजेक्ट रिपोर्ट की जांच करेगा।
नाबार्ड को भेजना: बैंक आपके आवेदन को मंज़ूरी के लिए नाबार्ड को भेज देगा।
सब्सिडी प्राप्त करना: नाबार्ड आपके फॉर्म की जांच करेगा और आपका लोन मंज़ूर होने के बाद सब्सिडी की राशि सीधे आपके बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी।

कुछ ज़रूरी बातें

छोटा शुरू करें: अगर आप पहली बार यह काम कर रहे हैं, तो 5-10 पशुओं के साथ छोटे स्तर पर शुरुआत करें। इससे आपको काम की बारीकियों, खर्चों और मुनाफे को समझने में मदद मिलेगी।
सिबिल स्कोर बनाए रखें: लोन लेने के लिए आपका सिबिल स्कोर अच्छा होना बहुत ज़रूरी है। अपने पिछले लोन और क्रेडिट कार्ड के बिलों का समय पर भुगतान करके इसे बेहतर बनाए रखें।
प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर ध्यान दें: आपकी प्रोजेक्ट रिपोर्ट सटीक और विश्वसनीय होनी चाहिए, क्योंकि यह लोन की मंज़ूरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
प्रशिक्षण सर्टिफिकेट: अगर आपके पास पशुपालन का प्रशिक्षण सर्टिफिकेट है, तो इससे आपका लोन जल्दी मंज़ूर हो सकता है।
नाबार्ड से मिलने वाला यह लोन उन सभी युवाओं और किसानों के लिए एक बेहतरीन अवसर है जो कम लागत में अपना डेयरी फार्मिंग का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। अगर आपके पास इस योजना से संबंधित कोई और सवाल है, तो आप कमेंट में पूछ सकते हैं।

डेयरी फार्मिंग के लिए लोन: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

  1. प्रश्न: डेयरी फार्मिंग के लिए लोन कौन से बैंक देते हैं?

उत्तर: डेयरी फार्मिंग के लिए लोन लगभग सभी प्रमुख सरकारी और निजी बैंक देते हैं, जैसे भारतीय स्टेट बैंक (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank)। इसके अलावा, नाबार्ड (NABARD) और ग्रामीण बैंक भी डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए लोन और सब्सिडी प्रदान करते हैं।

  1. प्रश्न: डेयरी फार्मिंग लोन के लिए क्या पात्रता मानदंड हैं?

उत्तर: लोन लेने के लिए सामान्य पात्रता मानदंड इस प्रकार हैं:

आवेदक की आयु 18 से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

आवेदक किसान, डेयरी उद्यमी, व्यक्तिगत व्यवसायी, या स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) हो सकता है।

आवेदक के पास डेयरी फार्मिंग का अनुभव या बुनियादी प्रशिक्षण होना चाहिए।

आवेदक का सिबिल स्कोर (CIBIL Score) अच्छा होना चाहिए (आमतौर पर 700 से ऊपर)।

  1. प्रश्न: डेयरी फार्मिंग के लिए कितना लोन मिल सकता है?

उत्तर: लोन की राशि आपके प्रोजेक्ट की लागत पर निर्भर करती है। बैंक आमतौर पर कुल प्रोजेक्ट लागत का 75% से 85% तक लोन देते हैं। यह राशि ₹50,000 से लेकर ₹25 लाख या उससे भी अधिक हो सकती है, जो प्रोजेक्ट के पैमाने (जैसे पशुओं की संख्या) पर निर्भर करती है।

  1. प्रश्न: लोन के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है?

उत्तर: आवश्यक दस्तावेज़ों में शामिल हैं:

पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी)।

निवास प्रमाण पत्र।

प्रोजेक्ट रिपोर्ट (इसमें लागत, मुनाफा, पशुओं की संख्या, आदि की जानकारी होती है)।

जमीन के दस्तावेज़।

बैंक स्टेटमेंट और आय प्रमाण (पिछले 6 महीने का)।

जाति प्रमाण पत्र (यदि आप SC/ST श्रेणी से हैं तो सब्सिडी के लिए)।

  1. प्रश्न: नाबार्ड क्या है और यह डेयरी लोन में कैसे मदद करता है?

उत्तर: नाबार्ड (NABARD) राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक है। यह सीधे लोन नहीं देता, बल्कि बैंकों को डेयरी फार्मिंग के लिए लोन देने के लिए प्रोत्साहित करता है और लोन पर सब्सिडी प्रदान करता है। नाबार्ड की डेयरी उद्यमिता विकास योजना (DEDS) के तहत किसानों को सब्सिडी का लाभ मिलता है।

  1. प्रश्न: डेयरी लोन पर सब्सिडी कैसे मिलती है?

उत्तर: सब्सिडी नाबार्ड या अन्य सरकारी योजनाओं के माध्यम से दी जाती है। लोन मिलने के बाद, सब्सिडी की राशि सीधे आपके बैंक खाते में जमा कर दी जाती है। सब्सिडी की दर अलग-अलग होती है, जैसे कि SC/ST कैटेगरी और महिला उद्यमियों के लिए यह दर अधिक हो सकती है।

  1. प्रश्न: क्या मुझे बिना किसी गारंटी के लोन मिल सकता है?

उत्तर: छोटे लोन (आमतौर पर ₹1.60 लाख तक) बिना किसी गारंटी या कोलैटरल के मिल सकते हैं। बड़े लोन के लिए बैंक जमीन या अन्य संपत्ति को गारंटी के रूप में मांग सकते हैं। सरकार ने मुद्रा योजना जैसी पहल भी शुरू की है, जिसमें बिना गारंटी के लोन दिया जाता है, जिसका उपयोग डेयरी फार्मिंग जैसे छोटे व्यवसायों के लिए किया जा सकता है।

  1. प्रश्न: लोन की वापसी की अवधि (Repayment Period) क्या होती है?

उत्तर: लोन की वापसी की अवधि आमतौर पर 3 से 7 साल तक होती है, जिसमें 6 से 12 महीने का मोराटोरियम (Moratorium) पीरियड भी शामिल हो सकता है। मोराटोरियम पीरियड वह समय होता है जब आपको लोन की किस्तें नहीं चुकानी होती हैं, जिससे आप अपना व्यवसाय स्थापित कर सकें।

  1. प्रश्न: क्या डेयरी फार्मिंग के लिए लोन पर ब्याज दरें कम होती हैं?

उत्तर: डेयरी फार्मिंग लोन पर ब्याज दरें अन्य वाणिज्यिक लोन की तुलना में अक्सर कम होती हैं। बैंक और योजना के आधार पर ब्याज दरें अलग-अलग हो सकती हैं। सरकारी सब्सिडी योजनाओं का लाभ लेने से ब्याज का बोझ और भी कम हो जाता है।

  1. प्रश्न: प्रोजेक्ट रिपोर्ट क्यों ज़रूरी है?

उत्तर: प्रोजेक्ट रिपोर्ट लोन आवेदन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें आपके प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी होती है, जैसे कि लागत का अनुमान, अपेक्षित मुनाफा, पशुओं की संख्या, उनके रहने की जगह और चारे का खर्च। यह रिपोर्ट बैंक को आपके प्रोजेक्ट की व्यवहार्यता (Viability) का मूल्यांकन करने में मदद करती है और लोन की मंज़ूरी को आसान बनाती है।

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