आज के समय में अगर आपसे कोई पहचान पत्र मांगा जाए तो सबसे पहले आधार कार्ड का ही नाम दिमाग में आता है। चाहे सरकारी योजना का लाभ लेना हो, सब्सिडी पाना हो, बैंकिंग का काम हो, मोबाइल कनेक्शन लेना हो, टिकट बुक करना हो या फिर कोई और जरूरी काम—हर जगह आधार कार्ड की जरूरत पड़ती है। लेकिन जब इसी आधार कार्ड में नाम, पता, जन्मतिथि या अन्य जानकारी अपडेट करानी होती है, तो लोगों के लिए यह किसी सिरदर्द से कम नहीं होता। लंबी कतारें, फॉर्म भरने की झंझट और हफ्तों-महीनों का इंतजार—यह सब आम बात है। इसी परेशानी को दूर करने के लिए अब यूआईडीएआई (Unique Identification Authority of India) एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है।

क्या है नया ई-आधार मोबाइल ऐप?
खबर है कि यूआईडीएआई एक मोबाइल ऐप तैयार कर रहा है, जिसका नाम फिलहाल ई-आधार (E-Aadhaar) रखा गया है। इस ऐप के जरिए लोग अपने मोबाइल फोन से ही आधार से जुड़ी अधिकतर जानकारियां आसानी से अपडेट कर सकेंगे।
सरकार का लक्ष्य है कि इस ऐप को 2025 के आखिर तक डेवलप करके आम जनता तक पहुंचा दिया जाए।
कौन-कौन से बदलाव होंगे आसान?
इस ऐप के जरिए लोग घर बैठे ही—
- नाम अपडेट कर सकेंगे
- पता बदल सकेंगे
- जन्मतिथि या अन्य डेमोग्राफिक डिटेल्स ठीक कर सकेंगे
👉 केवल बायोमेट्रिक अपडेट (फिंगरप्रिंट या आईरिस स्कैन) के लिए ही जनसेवा केंद्र जाना पड़ेगा।
ऐप की खासियतें
AI और फेस आईडी तकनीक – सुरक्षा और वेरिफिकेशन को और मजबूत बनाने के लिए।
सरकारी डेटाबेस से सीधा कनेक्शन – जैसे जन्म प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और राशन कार्ड से डिटेल्स ऑटोमेटिक ले ली जाएंगी।
सुविधा और पारदर्शिता – फर्जी दस्तावेजों से आधार अपडेट करना लगभग नामुमकिन होगा।
आधार गुड गवर्नेंस पोर्टल
हाल ही में सरकार ने आधार गुड गवर्नेंस पोर्टल भी लॉन्च किया है। इसका मकसद है कि जो कंपनियां या संस्थान आधार ऑथेंटिकेशन की परमिशन लेना चाहती हैं, उन्हें यह सुविधा आसानी और पारदर्शी तरीके से मिल सके। इससे आधार इकोसिस्टम और ज्यादा सुरक्षित और मजबूत होगा।
लोगों की जिंदगी में बदलाव
- अब किसी छात्र के एडमिशन फॉर्म में गलत डेट ऑफ बर्थ होने पर गार्जियन को सेंटर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
- किसी नौकरीपेशा व्यक्ति को पता अपडेट करने के लिए दफ्तर से छुट्टी नहीं लेनी पड़ेगी।
- यह ऐप लोगों का समय, मेहनत और पैसा तीनों बचाएगा।
- चुनौती: डाटा प्राइवेसी और साइबर सिक्योरिटी
- हालांकि इस ऐप के साथ एक बड़ी चुनौती भी है – डाटा प्राइवेसी और साइबर सिक्योरिटी।
पहले भी आधार डाटा लीक को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं। ऐसे में यह जरूरी होगा कि यूआईडीएआई इस नए ऐप में सुरक्षा मानकों को बेहद मजबूत बनाए ताकि लोगों की संवेदनशील जानकारी सुरक्षित रह सके।
निष्कर्ष
ई-आधार मोबाइल ऐप आधार अपडेट की प्रक्रिया को आसान और सुविधाजनक बना देगा। अब ज्यादातर बदलाव घर बैठे मोबाइल से ही किए जा सकेंगे। लेकिन साथ ही सरकार और यूआईडीएआई को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि आधार डाटा सुरक्षित रहे और किसी भी तरह की साइबर धोखाधड़ी या जानकारी लीक होने की गुंजाइश न बचे। यानी आने वाले समय में यह ऐप आम लोगों के लिए तो सहूलियत लेकर आएगा, लेकिन साथ ही सुरक्षा के मोर्चे पर सरकार को और ज्यादा सतर्क रहना होगा।
आधार कार्ड अपडेट से जुड़े कुछ खास सवालों के जवाब
प्रश्न 1: ई-आधार मोबाइल ऐप क्या है?
जवाब: ई-आधार ऐप यूआईडीएआई द्वारा तैयार किया जा रहा एक मोबाइल एप्लिकेशन है, जिसके जरिए लोग अपने फोन से ही आधार कार्ड की जानकारी (जैसे नाम, पता, जन्मतिथि आदि) अपडेट कर पाएंगे।
प्रश्न 2: क्या इस ऐप से बायोमेट्रिक भी अपडेट हो पाएगा?
जवाब: नहीं, केवल बायोमेट्रिक (फिंगरप्रिंट और आई स्कैन) अपडेट करने के लिए ही जनसेवा केंद्र जाना होगा। बाकी सभी डेमोग्राफिक बदलाव (नाम, पता, जन्मतिथि आदि) मोबाइल ऐप से किए जा सकेंगे।
प्रश्न 3: ई-आधार ऐप कब तक आम लोगों के लिए उपलब्ध होगा?
जवाब: सरकार और यूआईडीएआई का लक्ष्य है कि यह ऐप साल 2025 के अंत तक डेवलप करके आम जनता तक पहुंचा दिया जाए।
प्रश्न 4: इस ऐप में जानकारी अपडेट कैसे होगी?
जवाब: ई-आधार ऐप सीधे सरकारी डेटाबेस (जैसे जन्म प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड) से जुड़ा रहेगा। इससे जानकारी ऑटोमेटिक तरीके से आधार में अपडेट हो जाएगी।
प्रश्न 5: इस ऐप को लेकर सबसे बड़ी चुनौती क्या है?
जवाब: सबसे बड़ी चुनौती डाटा प्राइवेसी और साइबर सिक्योरिटी की है। क्योंकि आधार डाटा बेहद संवेदनशील होता है और इसके लीक होने का खतरा हमेशा रहता है। इसलिए यूआईडीएआई को मजबूत सुरक्षा मानक अपनाने होंगे।
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