मैरिज सर्टिफिकेट कैसे बनवाए – आसानी से बनेगा -फ़ीस प्रोसेस सब जानकारी 2025

भारत में शादी केवल सामाजिक और धार्मिक परंपरा ही नहीं है, बल्कि एक कानूनी अनुबंध भी है। विवाह प्रमाण पत्र (Marriage Certificate) यह साबित करता है कि पति-पत्नी का विवाह विधिवत तरीके से हुआ है और यह सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है।

आजकल चाहे पासपोर्ट बनवाना हो, वीज़ा अप्लाई करना हो, बैंक अकाउंट अपडेट करना हो, सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हो या फिर कोर्ट में किसी भी प्रकार का दावा करना हो – हर जगह मैरिज सर्टिफिकेट की ज़रूरत पड़ती है।

इस आर्टिकल में हम विस्तार से समझेंगे कि विवाह प्रमाण पत्र क्यों ज़रूरी है, कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए, प्रक्रिया क्या है और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

मैरिज सर्टिफिकेट क्यों ज़रूरी है?

  • कानूनी पहचान (Legal Identity): यह पति-पत्नी के रिश्ते का कानूनी सबूत है।
  • बैंक और वित्तीय लेन-देन: पति या पत्नी के नाम जोड़ने या नॉमिनी अपडेट करने में आवश्यक।
  • पासपोर्ट और वीज़ा: विदेश यात्रा और विदेश में वीज़ा/निवास प्राप्त करने में ज़रूरी।
  • सरकारी योजनाएँ: कई योजनाओं और सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए आवश्यक।
  • कानूनी सुरक्षा: तलाक, संपत्ति विवाद या बीमा दावों जैसी स्थितियों में यह सबसे बड़ा सबूत होता है।
  • नाम और पते का अपडेट: आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी आदि में पति का नाम/पता जोड़ने के लिए जरूरी।

विवाह प्रमाण पत्र के लिए आवश्यक दस्तावेज़

  • दूल्हा और दुल्हन (वर-वधु) के लिए:
  • आधार कार्ड / वोटर आईडी / पैन कार्ड (पहचान प्रमाण)
  • जन्म तिथि प्रमाण (10वीं मार्कशीट या जन्म प्रमाण पत्र)
  • शादी का कार्ड (Date और Venue सहित)
  • पासपोर्ट साइज फोटो (अलग-अलग और साथ में – कुल 7–8 फोटो)
  • गवाहों (Witnesses) के लिए:
  • दो गवाह आवश्यक (आमतौर पर शादी में शामिल बड़े-बुजुर्ग)
  • दोनों गवाहों का आधार कार्ड या अन्य पहचान प्रमाण
  • पंडित/काज़ी/Marriage Officer के लिए:
  • आधार कार्ड (शादी करवाने वाले व्यक्ति का)
  • अन्य आवश्यक:
  • मोबाइल नंबर (OTP वेरिफिकेशन के लिए)
  • शपथ पत्र (Affidavit) – वर, वधु, गवाह और पंडित – सबके लिए

विवाह प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया

  1. ई-मित्र/ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
  • अपने नज़दीकी ई-मित्र (eMitra) सेंटर पर जाएं।
  • Rajasthan Marriage Registration Portal (DES Marriage Portal) पर ऑनलाइन आवेदन किया जाता है।
  • वर, वधु, गवाह और पंडित – सबकी जानकारी पोर्टल पर भरी जाती है।
  • इस प्रक्रिया के बाद Application Form और Affidavit (शपथ पत्र) प्रिंट हो जाते हैं।
  1. शपथ पत्र और आवेदन फॉर्म
  • वर-वधु, गवाह और पंडित सभी को शपथ पत्र पर हस्ताक्षर/अंगूठा लगाना होता है।
  • इसमें शादी की तारीख, स्थान और उम्र की सही जानकारी लिखी जाती है।
  • आवेदन फॉर्म में वर-वधु की फोटो चिपकाई जाती है।
  • शपथ पत्र और आवेदन फॉर्म को नोटरी पब्लिक (तहसील या कोर्ट परिसर) से सत्यापित करवाना ज़रूरी है।
  1. ग्राम पंचायत/नगरपालिका/नगर निगम में जमा करना
  • सभी दस्तावेज़ (फोटो, आधार कार्ड की कॉपी, शपथ पत्र, आवेदन फॉर्म) नोटरी के बाद जमा करने होते हैं।
  • अगर आप गाँव में रहते हैं तो ग्राम पंचायत कार्यालय, शहर में रहते हैं तो नगरपालिका/नगर निगम में यह कार्य होगा।
  • वहां पर रजिस्टर में वर-वधु के हस्ताक्षर और अंगूठे लिए जाते हैं।
  • गवाहों की भी एंट्री करवाई जाती है।
  1. विवाह प्रमाण पत्र जारी होना
  • सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपका मैरिज सर्टिफिकेट ऑनलाइन तैयार हो जाता है।
  • इसे नगरपालिका/ग्राम पंचायत से प्राप्त किया जा सकता है।
  • आप चाहे तो ई-मित्र पोर्टल से भी डाउनलोड कर सकते हैं।
  • प्रमाण पत्र को लेमिनेट करके सुरक्षित रखना चाहिए।

फीस (Marriage Certificate Fees)

  • ऑनलाइन आवेदन शुल्क: लगभग ₹100 – ₹200
  • नोटरी वेरिफिकेशन: ₹50 – ₹100 (एरिया पर निर्भर करता है)
  • नगरपालिका/ग्राम पंचायत शुल्क: ₹100 – ₹200 (स्थान के अनुसार)
  • (कुल मिलाकर पूरे प्रोसेस की लागत 300 से 500 रुपये तक हो सकती है)

ध्यान रखने योग्य विशेष बातें

उम्र सीमा का पालन करें:

  • लड़की की उम्र कम से कम 18 वर्ष
  • लड़के की उम्र कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए
    (बाल विवाह होने पर मैरिज सर्टिफिकेट नहीं बनेगा)।

दस्तावेज़ पूरे और सही हों:

  • सभी आधार कार्ड, फोटो और शपथ पत्र पूरे होने चाहिए।

ऑनलाइन साइट की स्थिति:

  • कभी-कभी पोर्टल डाउन रहता है, ऐसे में ई-मित्र से स्थिति चेक करके ही आवेदन करें।

भविष्य के लिए महत्व:

यह प्रमाण पत्र कई सरकारी और कानूनी कार्यों में अनिवार्य होता है। इसलिए इसे समय पर बनवाना बेहद ज़रूरी है।

निष्कर्ष

विवाह प्रमाण पत्र (Marriage Certificate) बनवाना बिल्कुल आसान है, बस आपको सही दस्तावेज़ और प्रक्रिया का पालन करना है। यह केवल एक कागज़ी औपचारिकता नहीं, बल्कि आपके जीवन का एक महत्वपूर्ण कानूनी दस्तावेज़ है।

शादी के तुरंत बाद यह प्रमाण पत्र बनवाकर आप भविष्य की कई परेशानियों से बच सकते हैं।

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